मेरा पहला क्रश – My 1st Crush – Hindi Love Story

You are currently viewing मेरा पहला क्रश – My 1st Crush – Hindi Love Story

            सच्चा प्यार केवल एक बार होता है, लेकिन क्रश कई बार होता है। आजीवन के लिए प्यार बना रहता है, लेकिन क्रश कम समय के लिए रहता है। हमारे क्रश को लगातार देखना हमारे लिए सबसे खुशी का पल है। क्रश एक किक की तरह होती है। अपने क्रश को देखने के लिए बहुत से छात्र नियमित रूप से कॉलेज जाते हैं।

मेरा पहला क्रश - My 1st Crush - Hindi Love Story

                मुझे लड़कियों के बारे में ज्यादा जानकारी और बुनियादी सामान्य ज्ञान नहीं है। मुझे आज तक एक भी गर्लफ्रेंड नहीं है। इस तथ्य के पीछे भी एक कारण है। बचपन से दसवी कक्षा तक मैंने बॉयज स्कूल में अध्ययन किया। हमारे स्कूल में कोई लड़की नहीं थी, वहाँ लड़कियों की परछाई भी नहीं थी। सब मेरे जैसे ही बुरे लड़के थे। लड़कियां सिर्फ सपने में दिखती थी। बचपन से ही मैं लड़कियों के साथ बात करने में शर्माता था। लेकिन जब मैंने कॉलेज जॉइन किया तो मैंने खुद को पूरी तरह से बदल लिया और सभी लड़कियों के साथ खुलकर बात करना शुरू कर दिया। हमारे कॉलेज में हजारों खूबसूरत लड़कियां थीं, लेकिन किसी ने भी मुझे आकर्षित नहीं किया। किसी ने मेरे दिल में घुसने की कोशिश नहीं की। इसलिए दुर्भाग्य से मैं एक प्रेमिका को पटाने में असफल रहा। प्रेमिका की कमी के कारण मेरे कॉलेज के दिन थोड़े बोरिंग थे। इसे दूर करने के लिए मैं गर्मियों की छुट्टि में नासिक सिटी को गया।

               यदि लाइफ में कोई प्रेमिका नहीं होती है तो, कोई टेन्शन नहीं, कोई प्रॉब्लेम नहीं, समय की बर्बादी नहीं, पैसे की बर्बादी नहीं, जिंदगी की बर्बादी नहीं, आधी रात में कोई मिस्ड कॉल नहीं, पढ़ाई में कोई खलल नहीं होती है। लेकिन प्रेमिका नहीं होती है तो, जिंदगी में मझा भी नहीं होती है।

मेरा पहला क्रश - My 1st Crush - Hindi Love Story

                 सबसे पहले नासिक मुझे हमारे कॉलेज की तरह नरक जैसा दिखने लगा। लेकिन जब मैं आसपास के सुंदर प्रवासी तानों को गया तो मेरा मन शांत हुआ। और मुझे लगा की नासिक किसी स्वर्ग से कम नहीं है। जब मैं नासिक में था, मैं अपने दोस्त विनायक के साथ लावणी नृत्य शो देखने गया था। लावणी महाराष्ट्र के लोकप्रिय लोकनृत्य में से एक है। यह महान है कि यह नृत्य रूप अभी भी जीवित और लोकप्रिय है। लावणी में नर्तकियां डोलकी की ताल पर नृत्य करती हैं। डोलकी की ताल पर नाचनेवाली लड़कियों को देखकर दिल की धड़कन बढ़ जाती है। उनको देखने के लिए दो आँखे कम पड़ जाती है।

मेरा पहला क्रश - My 1st Crush - Hindi Love Story

                  जब लावणी नृत्य शो शुरू हुआ, तो मुझे नर्तकियों की एनर्जी देखकर आश्चर्य हुआ। डोलकी की फास्ट ट्रैक पर नाचना कोई आसान काम नहीं है। पहला शो बीच में थोड़ा बोर हो चूका था। आधी शो को छोड़कर जाने का मन कर रहा था। लेकिन शो के बीच में लगभग 20 साल की एक खूबसूरत युवती ने डान्स करने के लिए पोडियम पर आई। उसके प्रवेश के कारण पूरा थियेटर एक मिनट के लिए चुप हो गया।

मेरा पहला क्रश - My 1st Crush - Hindi Love Story

               उसकी एंट्री के बाद सब लोग उसकी ओर देखने लगे। वह इतनी सुंदर थी कि मैं एक लेखन में उसकी सुंदरता का वर्णन नहीं कर सकता। मेरा पहला CRUSH उस लावणी नर्तकी पर हुआ और वह मजबूत क्रश था। उसके उड़ते हुए बाल, क्रॉस-लुक, आलसी स्माइल, सेमी क्लोज्ड चेस्ट, नाचते हुए पैर सब मुझे पागल बना दिया। मैं उसकी ओर बहुत आकर्षित था। उस शो में उसका गेस्ट अपीयरेंस था। शो के बाद मैंने उसे हर जगह खोजा, लेकिन मैं उसे ढूंढ नहीं पाया। मैंने उसकी टीम के म्यानेजर के पास उसके बारे में पूछताछ की। म्यानेजर ने कहा की वो फिल्मों में काम करने की उम्मीद में मुंबई गयी है। मैंने एक दर्द को भूलने के लिए नासिक को आया था। लेकिन दूसरे एक क्रश की दिल दर्द के साथ उदास होकर अपने कॉलेज वापस आ गया। हमेशा की तरह मेरे कॉलेज के दिन बोरिंग के साथ अकेले में आगे चली।

           मेरा पहला क्रश मेरे लिए एक अविस्मरणीय क्षण है। यह मेरा विश्वास है की वो एक ना एक दिन सिनेमा अभिनेत्री बनकर मेरे सामने आएगी। उसको फिर से देखने के लिए मेरे आँखे तड़प रहे है…

मेरा पहला क्रश - My 1st Crush - Hindi Love Story

             अगर आपको इस कहानी अच्छा लगा हो तो इसे like और share कीजिए। हर रोज इसी तरह के प्रेम कहानी, मोटिवेशनल आर्टिकल्स और कविताओं को फ्री में पड़ने के लिए फेसबुक, Twitter, इंस्टाग्राम और YouTube पर मुझे फॉलो कीजिए। (Search as Director Satishkumar and Roaring Creations)

Content Rights :

(All Rights of this article are fully reserved by Director Satishkumar and Roaring Creations Private Limited India. No part of this article can be copied, translated or re published anywhere without the written permission of Director Satishkumar. If such violation of copy rights found to us, then we legally punish to copy cats and recover our loss by them only.)

© Director Satishkumar

Copyright and Trademark Warning 

Complete Rights of all Images, Videos, Films, and Articles published on www.Roaring-India.com are fully Reserved by Roaring Creations Private Limited and Roaring India Project (Satishkumar Gondhali, Shrikant Gondhali, and Mayashree Mali). All Commercial Rights of our content are registered and protected under Indian Copyright and Trademark Laws. Re-publishing our content on Google or any other social media site is a copyright and Trademark violation crime. If such copycats are found to us, then we legally punish them badly without showing any mercy and we also recover happened loss by such copycats only. The minimum amount of fines will be more than 10 crores. 


Join Our Online Courses Now


Director Satishkumar

Satishkumar is a young multi language writer (English, Hindi, Marathi and Kannada), Motivational Speaker, Entrepreneur and independent filmmaker from India. And also he is the Co-founder and CEO of Roaring Creations Pvt Ltd India.Follow Me On : Facebook | Instagram | YouTube | TwitterMy Books : Kannada Books | Hindi Books | English Books